बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं पर कड़ी निगरानी, सभी जिलों को सतर्कता बरतने के निर्देश
देश के कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। विशेषकर महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में बीते सप्ताह कोविड पॉजिटिव मामलों में अचानक तेजी देखी गई है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार भी सतर्क हो गई है, क्योंकि इन राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस समय चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही पर्यटन सीजन भी चरम पर है, जिसमें देश-दुनिया से हजारों पर्यटक देवभूमि का रुख कर रहे हैं।
एनसीडीसी और आईडीएसपी ने दिए अलर्ट बढ़ाने के निर्देश
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) ने राज्य सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोविड संक्रमण की किसी भी संभावना को देखते हुए निगरानी प्रणाली को मजबूत किया जाए। इसके तहत उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) को अलर्ट मोड पर रहने और कोविड रोकथाम की तैयारियों को तत्काल सक्रिय करने को कहा है।
स्वास्थ्य सचिव बोले – “फिलहाल स्थिति सामान्य, पर सतर्कता जरूरी”
राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया है कि “फिलहाल प्रदेश में कोविड की स्थिति सामान्य है, लेकिन सावधानी और समय रहते की गई कार्रवाई ही संक्रमण को फैलने से रोक सकती है।” उन्होंने बताया कि सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी कोविड संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट आते ही तत्काल जांच, आइसोलेशन और जीनोम सीक्वेंसिंग की कार्रवाई की जाए।
श्रद्धालुओं और पर्यटकों पर विशेष निगरानी
चूंकि चारधाम यात्रा में महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु से तीर्थयात्रियों की भारी आमद हो रही है, स्वास्थ्य विभाग इन राज्यों से आने वाले यात्रियों पर विशेष निगरानी रखेगा। इसके लिए यात्रा मार्गों, हेल्थ चेकपोस्ट और बस/रेलवे स्टेशनों पर विशेष स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही, जरूरत पड़ने पर रैपिड एंटीजन और आरटी-पीसीआर टेस्ट भी किए जाएंगे।
डेटा रिपोर्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग होगी अनिवार्य
स्वास्थ्य विभाग ने यह भी निर्देश दिए हैं कि कोविड जांच, पॉजिटिव मामलों की संख्या, अस्पताल में भर्ती मरीजों की स्थिति और डिस्चार्ज रिपोर्ट को नियमित रूप से IDSP पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। किसी भी पॉजिटिव केस की पुष्टि होते ही संबंधित सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा ताकि वायरस के किसी नए वेरिएंट की पहचान की जा सके।
स्थानीय प्रशासन और अस्पतालों को किया गया तैयार
जिलों में स्थित प्रमुख अस्पतालों को कोविड उपचार के लिए बुनियादी ढांचे की समीक्षा करने को कहा गया है। ऑक्सीजन सप्लाई, वेंटिलेटर और आइसोलेशन बेड की स्थिति का त्वरित निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्परता से प्रतिक्रिया दी जा सके।
जनता से भी सतर्क रहने की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेशवासियों और यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा या पर्यटन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल जैसे मास्क पहनना, हाथों की स्वच्छता और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचने जैसे नियमों का पालन करें। किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
उत्तराखंड सरकार की यह पहल दिखाती है कि प्रदेश प्रशासन कोविड को हल्के में नहीं ले रहा और पहले से ही जरूरी कदम उठाकर भविष्य के किसी संभावित संकट को टालने की तैयारी में जुटा है।