“कभी सत्ता के गलियारों में अपनी स्पष्टवादिता के लिए चर्चित रहे सत्यपाल मलिक आज ज़िंदगी की सबसे कठिन जंग लड़ रहे हैं। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से आई खबर न केवल उनके शुभचिंतकों को चिंतित कर रही है, बल्कि पूरे राजनीतिक परिदृश्य को भी मौन कर गई है।”
पूर्व राज्यपाल और जानी-मानी राजनीतिक हस्ती सत्यपाल मलिक इन दिनों गंभीर स्वास्थ्य संकट से जूझ रहे हैं। 11 मई से उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली में भर्ती किया गया है। शुरुआत में केवल संक्रमण की शिकायत थी, लेकिन अब स्थिति अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। पिछले तीन दिनों से नियमित डायलिसिस किया जा रहा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी किडनी संबंधी समस्याएँ गंभीर स्तर पर पहुँच चुकी हैं।
मलिक ने स्वयं एक संदेश जारी कर बताया,
“मेरे बहुत से शुभचिंतकों के फ़ोन आ रहे हैं जिन्हें उठाने में मैं असमर्थ हूं। अभी मेरी हालत बहुत खराब है मैं किसी से भी बात करने की हालत में नहीं हूं।”
इस भावनात्मक संदेश ने उनके समर्थकों और विरोधियों दोनों के बीच चिंता की लहर फैला दी है
सत्यपाल मलिक ने जम्मू-कश्मीर, गोवा, मेघालय जैसे राज्यों में राज्यपाल के रूप में कार्य किया है। उनके कार्यकाल के दौरान कई संवेदनशील फैसले लिए गए। वे निडर वक्ता और सत्ता से सवाल पूछने वाले राजनेता के रूप में पहचाने जाते हैं। किसानों के मुद्दे पर खुलकर बोलने और केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करने के कारण वे हमेशा सुर्खियों में रहे हैं।
समर्थन की लहर:
उनकी बिगड़ती हालत की खबर से सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों और विभिन्न राजनीतिक हस्तियों द्वारा प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं का सिलसिला शुरू हो गया है।
#SatyapalMalik हैशटैग के साथ कई लोग उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं।