उत्तराखंड

उत्तराखंड में जंगलों की आग से लोग परेशान, उठते धुंए से आंखों में जलन

उत्तराखंड में जंगलों में आग की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। देवप्रयाग के पास पौड़ी-टिहरी जिलों के दर्जनभर गांवों के जंगल तीन दिनों से जल रहे हैं। जंगलों से उठता धुंआ चारों ओर फैल चुका है। इससे लोगों  को काफी परेशानी हो रही है।देवप्रयाग के निकटवर्ती पौड़ी जिले के घुड़ेत, चपरोली, चुर्थ, कोठी, धरी, पोखरी, सिराला, खेड़ा, पुंडल सहित टिहरी जिले के सजवाण कांडा, खडगीर, सामपुर आदि गांवों के जंगलों में आग का तांडव जारी है। पौड़ी जिला स्थित नृसिंहाचल पर्वत पर चीड़ के पिरूल से आग तेजी से फैलती हुई यहां स्थित केंद्रीय संस्कृत विवि परिसर तक पहुंच चुकी है।

देवप्रयाग पौड़ी मार्ग के किनारे स्थित इन जंगलों की आग के धुएं से यहां से गुजरने वाले वाहनों और यात्रियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। कई लोगों को आंखों में जलन व सांस की परेशानी सामने आ रही है।खेड़ा गांव निवासी मनोज सिंह के अनुसार चारों ओर जंगलों में लगी आग से ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है। वहीं कोठी गांव निवासी अंकित ध्यानी क्षेत्र में पर्यावरण अभियान के तहत लगाए गए वृक्षों को आग से बचाने के लिए जूझ रहे हैं।

जंगलों में फैली आग से जहां बहुमूल्य वन संपदा स्वाहा हो चुकी है। वहीं बड़ी संख्या में धुएं से दम घुटने से वन्य जीवों के मरने की भी संभावना है। रेंजर एमएस रावत का कहना है कि जंगलों में लगी आग को काबू करने के लिए वनकर्मियों की टीम लगातार काम कर रही है।श्रीकोट और डाक बंगला के जंगलों में लगी आग श्रीनगर। नगर निगम श्रीनगर क्षेत्रांतर्गत श्रीकोट, डाक बंगला और हप्रैक के जंगलों में मंगलवार शाम भीषण आग लग गयी। जिससे वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। रेंजर आरपी कुकरेती ने बताया कि डाकबंगला और हैप्रेक के जंगलों में आग को बुझाने के प्रयास जारी है।

बालगंगा रेंज में खेतों की आग पहुंची जंगलों में
घनसाली। मंगलवार को भिलंगना ब्लॉक के बालगंगा रेंज के गनगर में ग्रामीणों द्वारा खेतों में झाड़ियां जलाने के दौरान आग तेजी से आसपास के क्षेत्रों में फैल गई। आग की सूचना पर मौके पहुंची वन विभाग की टीम में किसी तरह आग पर काबू पाया। सरकार और वन विभाग की सख्ती के बावजूद जंगलों में लग रही आग थमने का नाम नही ले रही है।

आये दिन किसी न किसी क्षेत्र में आग लगने की घटना सामने आ रही है। भिलंगना और बालगंगा रेंज के जंगलों में जनवरी माह से ही आग लगनी शुरू हो गई थी। तथा कई बार जंगल जल चुके है। एक बार जल चुके जंगलों में चीड़ की पत्तियों के गिरने के कारण पुन आग लग रही है। जिस कारण अभी तक सैकड़ों हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो चुके है।मंगलवार को गनगर में लगी खेतों की आग तेजी से जंगल की ओर फैल गई। रेंज अधिकारी प्रदीप चौहान ने बताया कि वन विभाग के कर्मियों की मुस्तैदी के चलते आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने लापरवाही से आग लगने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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