बीजेपी बोली, होगा पांच-जीरो का फैसला, कांग्रेस ने किया जीत का दावा
लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के बाद अब सभी की नज़रें 4 जून को होने वाली मतगणना पर टिकी हुई हैं। उत्तराखंड की बात करें तो पांच लोकसभा सीटों को लेकर सभी की जुंबा पर यही सवाल है कि आखिरकार किस पार्टी को कितनी सीट मिलने जा रही हैं। राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत को लेकर दावा कर रहे हैं।
किसकी बनेगी देश में सरकार ?
पूरे देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में संपन्न होने के बाद उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। वहीं मतदान संपन्न होने के बाद कई कयास सरकार बनने को लेकर लग रहे हैं। आखिरकार केंद्र में किसकी सरकार बनने जा रही है ? एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच सरकार बनाने को लेकर दावे भी किया जा रहे हैं।
उत्तराखंड की बात करें तो पांच लोकसभा सीट वाले प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान संपन्न हो गया था और अब सभी को 4 जून का इंतजार है। मतगणना को लेकर भाजपा और कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी अपनी-अपनी जीत का दावा तो कर ही रही है। इसके साथ ही 4 जून को अपने कार्यकर्ताओं को भी दिशा-निर्देश मतगणना को लेकर दे दिए गए हैं।
बीजेपी बोली होगा पांच-जीरो का फैसला
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि विधानसभावार मतगणना होनी है। जिसको लेकर कार्यकर्ताओं को हम दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट जीतने के साथ ही देश में फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। बीजेपी का कहना है कि चार जून को उत्तराखंड में पांच-जीरो का फैसला होगा।
बीजेपी की आएंगी जीरो सीट – कांग्रेस
भाजपा जहां उत्तराखंड में तीसरी बार हैट्रिक लगाकर पांचों सीट जीतने की बात कर रही है। तो वहीं कांग्रेस का कहना है कि 4 जून के लिए कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को मतगणना के लिए तैयार रहने के निर्देश दे दिए हैं। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी जिस पांच-जीरो की बात कर रही है वो इस बार उल्टा होने जा रहा है और बीजेपी की जीरो सीट उत्तराखंड में आने वाली है।
प्रदेश में चर्चाओं के बाजार गर्म
उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। पांच-जीरो की भी बात भी की जा रही है तो वहीं कुछ लोगों के बीच चर्चा ये भी है कि बीजेपी के लिए एक या दो सीट फंसी हुई नजर आ रही है। ऐसे में देखना यही होगा कि क्या बीजेपी इस बार तीसरी बार प्रदेश में 5-0 की हैट्रिक लगाने में कामयाब होती है या फिर कांग्रेस भी खाता इस बार लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड से 10 वर्षों के बाद खोलने में कामयाब होती है।