राजस्थान की विधानसभा में आज बजट पारित होना है। इसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जवाब भी आएगा, लेकिन विपक्ष के हंगामें के चलते बार-बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ रही है। खबर लिखे जाने तक दोपहर 2 बजकर 36 मिनट पर सदन की कार्यवाही तीसरी बार आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।
मामला शून्यकाल से शुरू हुआ। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने दलित अत्याचारों का मामला उठाया। सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटने, सीकर में दलित छात्र की हत्या सहित प्रदेश में दलित अत्याचार की घटनाओं के मुद्दे उठाए गए। बीएपी विधायक थावरचंद ने स्थगन के जरिए सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटकर मारने का मुद्दा उठाते हुए एक करोड़ के मुआवजे की मांग की।
थावरचंद ने कहा कि कन्हैयालाल टेलर की तरह ही दलित शिक्षक को मुआवजा दिया जाए। वहीं कांग्रेस विधायक पितराम काला ने सीकर में दलित छात्र की हत्या और प्रदेश में दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं का मामला उठाया। सदन में मामला उठने के साथ ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस विधायक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने लंच ब्रेक से 15 मिनट पहले ही यानी 12 बजकर 45 मिनट पर सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
हंगामे के कारण दूसरी बार कार्यवाही स्थगित
इसके बाद सदन 2 बजे फिर से जुटा। वित्त मंत्री दिया कुमारी ने विनियोग विधयेक के पारण का प्रस्ताव रखा। लेकिन कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी के चलते सदन में कार्यवाही फिर से स्थगित कर दी गई। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने 2 बजकर 6 मिनट पर आधे घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।
2 बजकर 36 मिनट पर तीसरी बार स्थगित
सदन 2 बजकर 36 मिनट पर फिर से जुटा लेकिन सभापति ने आते ही कार्यवाही को आधा घंटे के लिए फिर से स्थगित कर दी।