सीएम भजनलाल बोले- सूरज की ताकत से आएगा विकास का नया सवेरा
दिसंबर में आयोजित होने वाले राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को भजनलाल सरकार अनूठे तरीके से मनाने में जुटी है. समिट की तैयारियां जोरों पर है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समिट की तैयारियों की सीधे मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को सीतापुरा, जवाहर सर्किल, जेएलएन मार्ग रूट का जायजा सीएम ने मंत्री राज्यवर्धन सिंह के साथ लिया. देश-विदेश से आनेवाले मेहमानों की किसी तरह की कमी नहीं हो, इसको लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही, शहर की साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. जायजा लेने से पहले सीएम ने X पर पोस्ट कर कहा कि जयपुर में पधारे अतिथियों का सौर ऊर्जा से स्वागत होगा. “सूरज की ताकत से विकास का नया सवेरा” आएगा.
मुख्यमंत्री भजनलाल ने X करके कहा कि जयपुर में पधारे अतिथियों का सौर ऊर्जा से स्वागत होगा. “सूरज की ताकत से विकास का नया सवेरा” आएगा. मैं अपना पहला प्रण लेता हूं की Rising Rajasthan Summit के उद्घाटन दिवस पूरी तरह Solar Energy से संचालित होगा. इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने काफिले के साथ समिट की तैयारियों का जायजा लेने स्वयं शहर में निकले. इस दौरान प्रमुख अधिकारियों में मुख्य सचिव, एसीएस मुख्यमंत्री, प्रिंसिपल सेक्रेटरी मुख्यमंत्री, इंडस्ट्री, उद्योग विभाग के प्रमुख अधिकारी, जेडीए, नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे. बता दें कि अगले महीने 9, 10, 11 दिसंबर को होने जा रहे राइजिंग राजस्थान में देश विदेश के उद्योगपति और आर्थिक जगत के प्रमुख लोग शामिल होंगे. राजस्थान की ‘पधारो म्हारे देश’ की परंपरा के तहत सभी का स्वागत होगा.
भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में आयोजित हो रहे ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो का भी आयोजन किया जाएगा और इसमें राजस्थान और देश भर से 100 से अधिक कंपनियां और व्यापारिक समूह भाग लेंगे. इस ग्लोबल एक्सपो में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में राज्य की क्षमता प्रदर्शित की जाएगी और देश के औद्योगिक परिदृश्य में राजस्थान की अहम भूमिका को दिखाया जाएगा. इस एक्सपो में कई पैवेलियन भी लगाए जाएंगे, जिनमें प्रमुख होगा राजस्थान का स्टेट-ऑफ-दी-आर्ट पवेलियन और कुछ चुनिंदा देशों, स्टार्टअप और महिला उद्यमियों के लिए पवेलियन होगा. इसके तहत राज्य की अर्थव्यवस्था, समृद्ध विरासत, सांस्कृतिक धरोहरों, प्रमुख और नये या उभरते हुए व्यावसायिक क्षेत्रों वगैरह के बारे में जानकारी दी जाएगी.