मेरठ के जेल चुंगी क्षेत्र में तैनात चौकी इंचार्ज स्नेहप्रकाश आज़ाद एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उन पर इलाके के स्पा और सैलून की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट को संरक्षण देने का आरोप लगा है। यह मामला तब उजागर हुआ, जब एक शिकायतकर्ता ने पुलिस के पास पहुंचकर उनके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो जमा कराए।
आरोप और वायरल वीडियो
शिकायतकर्ता ने बताया कि मेडिकल और नौचंदी क्षेत्र में कई सैलून की आड़ में देह व्यापार चलाया जा रहा था। इसमें से एक सैलून की संचालिका आयशा को चौकी इंचार्ज का संरक्षण प्राप्त था। बदले में स्नेहप्रकाश आज़ाद कथित तौर पर सैलून की लड़कियों के साथ अय्याशी करते थे।
कुछ महीनों पहले भी पुलिस अधिकारियों ने आयशा के सैलून पर छापेमारी की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब जब वीडियो और फोटो वायरल हो गए हैं, तो यह मामला सुर्खियों में आ गया है।
कार्यवाही और जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए चौकी इंचार्ज स्नेहप्रकाश आज़ाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एएसपी ब्रह्मपुरी को इस मामले की जांच सौंपी गई है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी होने के बाद आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनता में आक्रोश
इस मामले के वायरल होने के बाद क्षेत्र की जनता में आक्रोश है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि कानून की रक्षा करने वाले अधिकारी ही इस तरह के कामों में लिप्त पाए जा रहे हैं, तो जनता का भरोसा कैसे बना रहेगा।
मेरठ पुलिस का कहना है कि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाकर दोषियों को दंडित किया जाएगा। इससे यह संदेश दिया जाएगा कि कानून से कोई ऊपर नहीं है, चाहे वह कोई पुलिस अधिकारी ही क्यों न हो।