देहरादून/नैनीताल। यह फरवरी का अंत है या पहाड़ों पर सर्दी का नया आगाज? उत्तराखंड में बीते 24 घंटे से भारी बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खासतौर पर गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम सहित हेमकुंड साहिब, हर्षिल और तुंगनाथ में जबरदस्त बर्फबारी दर्ज की गई है।
गंगोत्री धाम में करीब 1 से 2 फीट तक बर्फबारी हुई है, जिससे पूरा क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर में लिपट गया है। तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, और इलाके में कंपकंपी बढ़ गई है। वहीं, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ में भी बर्फबारी के चलते रास्ते बंद होने लगे हैं।
बर्फबारी से बढ़ी ठंड, मैदानी इलाकों में भी सर्दी का असर
पर्वतीय इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिखाई दे रहा है। हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, हल्द्वानी और ऊधमसिंह नगर में बारिश और सर्द हवाओं ने तापमान को गिरा दिया है। आमतौर पर फरवरी के अंत तक उत्तराखंड में हल्की गर्मी महसूस होने लगती थी, लेकिन इस बार पहाड़ों से आती ठंडी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है।
मौसम विभाग का अलर्ट: भारी बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी
मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड में 28 फरवरी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली में अगले 24 घंटे में भारी बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई गई है। बागेश्वर जिले में सभी स्कूल 28 फरवरी को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
यात्रियों के लिए चेतावनी, सावधानी बरतने के निर्देश
चारधाम यात्रा भले ही अभी शुरू नहीं हुई है, लेकिन जो श्रद्धालु या पर्यटक इन इलाकों में हैं, उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे और जोशीमठ-बद्रीनाथ मार्ग पर यात्रा करने वालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
आगे क्या? कब थमेगी बारिश और बर्फबारी?
मौसम विभाग के अनुसार, 1 मार्च के बाद मौसम में सुधार होने की उम्मीद है। हालांकि, भारी बारिश और बर्फबारी से ठंड बनी रहेगी और तापमान सामान्य होने में समय लगेगा।
उत्तराखंड में फरवरी में इस तरह की बर्फबारी और बारिश ने सभी को हैरत में डाल दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह जलवायु परिवर्तन का संकेत हो सकता है, जिससे पहाड़ों का मौसम अनिश्चित होता जा रहा है। फिलहाल, प्रशासन और स्थानीय लोग इस अप्रत्याशित मौसम से निपटने की तैयारियों में जुटे हुए हैं।