आगामी 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा 2025 शुरू होने जा रहा है, ऐसे में यात्रा को लेकर सभी विभाग तैयारियों में जुटे हुए हैं. वहीं, ट्रैफिक पुलिस भी अपनी तैयारियां मुकम्मल करने का दावा कर रही है, लेकिन ये दावे वीकेंड में ही फेल हो गए. ऐसे में अब यातायात निदेशालय ने आगामी चारधाम यात्रा के लिए A, B, C तीन प्लान बनाए हैं. इस प्लान को जल्दी शुरू कर दिया जाएगा. वहीं, चारधाम यात्रा में ट्रैफिक की समस्या सबसे ज्यादा चुनौती है, इसे यातायात निदेशालय भी मान रहा है.
बीती 12, 13 और 14 अप्रैल की तीन दिन के वीकेंड के दौरान देहरादून के मसूरी और आसपास के पर्यटक स्थल, शिवपुरी और मुनिकीरेती क्षेत्र में राफ्टिंग, हरिद्वार व ऋषिकेश क्षेत्र में बैसाखी के पर्व पर बाहरी राज्यों से भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे. जिसके चलते देहरादून के नगर क्षेत्र, ऋषिकेश और रायवाला क्षेत्र में ट्रैफिक का दबाव काफी बढ़ गया था. जिसका असर देहरादून के अन्य मार्गों पर भी दिखा.
लंबे वीकेंड के दौरान बीते 2 दिनों में ऋषिकेश क्षेत्र के अंतर्गत करीब 80 हजार पर्यटक वाहनों का आगमन हुआ. जिनमें से करीब 20 हजार वाहन वापस गए. इस दौरान मसूरी में भी दो दिनों के दौरान 15 हजार पर्यटक वाहन आए और 8 हजार वाहन वापस गए. इस दौरान दोनों जगहों पर होटल पैक रहे. जिसके कारण भी होटल की तलाश में पर्यटक वाहनों का आवागमन बना रहा. इसकी वजह से हरिद्वार और ऋषिकेश में कई किलोमीटर का लंबा जाम देखने को मिला.
क्या है A,B,C प्लान? चारधाम यात्रा के दौरान ट्रैफिक का दबाव काफी ज्यादा हो जाएगा. जिसे देखते हुए यातायात निदेशालय की ओर से तीन प्लान A, B, C बनाए गए हैं. जिसके तहत प्लान A में नॉर्मल दिनों में सामान्य ट्रैफिक रहेगा. प्लान B के तहत अगर थोड़ा ट्रैफिक बढ़ता है तो वाहनों का डायवर्जन किया जाएगा. वहीं, प्लान C के तहत अगर अत्यधिक ट्रैफिक का दबाव होगा तो उसके लिए देहरादून और हरिद्वार समेत पहाड़ी जिलों में होल्डिंग जगह चिन्हित किए गए हैं. जहां पर वाहनों को कुछ देर के लिए होल्ड किया जाएगा.
यातायात निदेशक एनएस नपलच्याल ने बताया कि ट्रैफिक प्लान तैयार है और इसको जल्द ही लागू कर दिया जाएगा. जिससे चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े. साथ ही बताया कि वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और सड़क सीमित हैं. वहीं, ट्रैफिक निदेशालय ने ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए तीन प्लान बनाए तो हैं, लेकिन अब ये प्लान कितने सफल होते हैं, ये तो चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद ही पता चल पाएगा.