भूटान की राजधानी थिम्फू में इस बार हिन्दी दिवस बेहद खास होने वाला है। 14 सितम्बर को आयोजित भव्य समारोह में जयपुर के वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र मोहन शर्मा को प्रतिष्ठित “डा. योगेन्द्र नाथ शर्मा अरुण – साहित्य शिरोमणि सम्मान” से नवाजा जाएगा।
इस समारोह का आयोजन क्रान्ति धरा अकादमी की ओर से किया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष डा. विजय पण्डित ने बताया कि यह सम्मान शर्मा जी को उनके चर्चित उपन्यास “महात्मा विदुर” समेत संपूर्ण साहित्यिक योगदान को ध्यान में रखते हुए प्रदान किया जा रहा है। उनकी लेखनी ने न सिर्फ हिन्दी साहित्य को समृद्ध किया है बल्कि समाज और संस्कृति को भी नई दिशा दी है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगा सम्मान
यह सम्मान और भी विशेष इसलिए है क्योंकि इसे मॉस्को निवासी भारतीय मूल की प्रख्यात लेखिका डा. श्वेता ऊमा और भूटान सरकार के उप उच्चायुक्त द्वारा प्रदान किया जाएगा। यह आयोजन हिन्दी भाषा और भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहचान को और मजबूत करेगा।
सम्मान के साथ मिलेगा गौरव
सम्मान स्वरूप राजेन्द्र मोहन शर्मा को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, सम्मान शलाका और मानद राशि भेंट की जाएगी। यह क्षण न केवल शर्मा जी के लिए बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान और भारत के लिए गर्व का विषय होगा।
हिन्दी की बढ़ती पहचान
हिन्दी दिवस का यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि हिन्दी केवल भारत तक सीमित नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी गहरी छाप छोड़ रही है। जयपुर के साहित्यकार का भूटान में सम्मानित होना हिन्दी भाषा के बढ़ते प्रभाव और वैश्विक स्वीकार्यता का प्रतीक है।