सांसदों पर ही भरोसा या फिर नए चेहरे पर दांव, हरिद्वार-गढ़वाल सीट पर त्रिवेंद्र, तीरथ-बलूनी समेत 17 के बीच रेस
भाजपा हाईकमान ने हरिद्वार और गढ़वाल संसदीय सीट पर उम्मीदवार के चयन से पहले एक बार फिर राज्य संगठन से फीडबैक मांगा है। माना जा रहा है कि इस फीडबैक के आधार पर ही अब केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड प्रत्याशी को लेकर कोई फैसला लेगा।
ऐसे में अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि बीजेपी मौजूदा सांसदों पर दोबारा भरोसा जताई या फिर इन संसदीय सीटों पर नए चेहरे पर दांव खेलेगी। भाजपा ने राज्य की तीन लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। जबकि दो सीटों को अभी होल्ड पर रखा गया है।
रोकी गई हरिद्वार और गढ़वाल सीट पर कुल 17 दावेदार हैं। पार्टी की ओर से तैयार किए गए पैनल में हरिद्वार सीट के लिए सात तो गढ़वाल के लिए करीब दस नाम हैं। हालांकि माना जा रहा है कि दोनों ही सीटें कुछ हाई प्रोफाइल नामों की वजह से फंसी हुई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ही सीटों पर बड़े नेताओं की दावेदारी और मजबूत पैरवी की वजह से शीर्ष नेतृत्व ने एक बार फिर राज्य संगठन से राय मांगी है। माना जा रहा है कि इस फीडबैक के बाद पार्टी छह या सात मार्च को केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगाी।
राजनीतिक सूत्रों की बात मानें तो बोर्ड बैठक में इन दोननों बीच संसदीय सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लग सकती है। हालांकि भाजपा के स्थानीय नेता इन दोनों सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर कुछ भी कहने को राजी नहीं है।
हरिद्वार सीट के दावेदार
डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र रावत, मदन कौशिक, यतीश्वरानंद, संजय गुप्ता, यतींद्रानंद गिरी, श्यामवीर सैनी
गढ़वाल सीट के दावेदार
तीरथ रावत, अनिल बलूनी, त्रिवेंद्र रावत, शौर्य डोभाल, सतपाल महाराज, डॉ धन सिंह रावत, ऋतु खंडूड़ी, दीप्ति रावत, आशा नौटियाल, अजेंद्र अजय