नई दिल्ली/इस्लामाबाद: विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने बेबाक और तर्कपूर्ण जवाबों के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस बार उन्होंने पाकिस्तान के एक पत्रकार के तीखे सवाल पर जो जवाब दिया, उसने पड़ोसी मुल्क में हड़कंप मचा दिया है। पाकिस्तान का पत्रकार जब “कश्मीर पर अवैध कब्जे” की बात कहकर जयशंकर को असहज करने की कोशिश कर रहा था, तो उन्होंने उसी अंदाज में करारा जवाब देते हुए कहा—“जब पाकिस्तान चोरी किया हुआ कश्मीर लौटाएगा, तभी सभी समस्याएं हल हो जाएंगी।”
यह बयान केवल एक प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि इसके पीछे एक गहरी रणनीति और संदेश छिपा था। मोदी 3.0 के सत्ता में आने के बाद क्या अगला बड़ा कदम PoK को लेकर होने वाला है? क्या भारत अब निर्णायक कार्रवाई की ओर बढ़ रहा है? आइए, इस पूरे घटनाक्रम को समझते हैं—
क्या PoK पर भारत की नीति बदल रही है?
जयशंकर ने न केवल पाकिस्तान को आईना दिखाया, बल्कि भारत की रणनीति का संकेत भी दिया। जब उन्होंने कहा कि “ज्यादातर कश्मीर मुद्दे हल हो चुके हैं – हमने अनुच्छेद 370 हटा दिया, विकास तेज हो गया, सामाजिक न्याय बहाल हुआ, और सफल चुनाव कराए,” तो यह स्पष्ट संदेश था कि अब केवल PoK का मसला बाकी है। क्या मोदी सरकार अब अगले कार्यकाल में इस दिशा में निर्णायक कदम उठाने वाली है?
पाकिस्तान में क्यों मची खलबली?
जयशंकर के इस जवाब के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट साफ दिख रही है। वहां के मीडिया और विश्लेषकों ने इसे भारत की आक्रामक कूटनीति का संकेत बताया है। पाकिस्तानी हुकूमत खुद संकट में है—आर्थिक बदहाली, आंतरिक अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच अब क्या पाकिस्तान PoK को लेकर भारत के रुख का सामना कर पाएगा?
मोदी 3.0 में क्या हो सकता है बड़ा फैसला?
मोदी सरकार पहले ही कई ऐतिहासिक फैसले ले चुकी है—370 हटाना, राम मंदिर निर्माण, CAA लागू करना और अब क्या PoK को वापस लेने की रणनीति तैयार हो रही है? इस सवाल का जवाब तो आने वाले वक्त में मिलेगा, लेकिन जयशंकर का यह बयान निश्चित रूप से एक नए युग की शुरुआत का संकेत दे रहा है।