नई दिल्ली / चंडीगढ़ –
भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए हरियाणा की रहने वाली एक प्रसिद्ध यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही पाँच अन्य व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया गया है, जो इस नेटवर्क का हिस्सा बताए जा रहे हैं। यह मामला न केवल सोशल मीडिया की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है, बल्कि भारत-पाक रिश्तों में छुपी साजिशों की एक और परत उघाड़ता है।
यूट्यूब से जासूसी तक का सफर
ज्योति मल्होत्रा एक चर्चित यूट्यूबर थीं, जिनके चैनल पर लाखों सब्सक्राइबर्स थे। वह भारत और पड़ोसी देशों के ट्रैवल व्लॉग्स के लिए जानी जाती थीं। लेकिन उनके पाकिस्तान दौरे के पीछे की असली कहानी चौंकाने वाली निकली। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, ज्योति ने पाकिस्तान उच्चायोग के ज़रिए वीज़ा प्राप्त किया, और वहीं उनकी मुलाकात एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी दानिश से हुई, जो उच्चायोग में एक वरिष्ठ कर्मचारी के रूप में कार्यरत था।
रिश्तों की आड़ में खुफिया साज़िश
खुफिया सूत्रों के अनुसार, ज्योति और दानिश के बीच व्यक्तिगत संबंध बन गए। इसी निकटता का लाभ उठाते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने ज्योति से भारतीय सैन्य ठिकानों, बॉर्डर मूवमेंट्स, और हरियाणा-पंजाब क्षेत्र में चल रहे सुरक्षा अभियानों की जानकारी हासिल करनी शुरू कर दी। व्हाट्सएप कॉल्स, टेलीग्राम चैनलों और एन्क्रिप्टेड मेल के जरिए यह डाटा पाकिस्तान तक भेजा गया।
छह गिरफ्तार, ‘सूत्रों’ का खुलासा
एनआईए और मिलिट्री इंटेलिजेंस की जॉइंट ऑपरेशन टीम ने हरियाणा में छापेमारी कर पांच अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया है, जो ज्योति के नेटवर्क में शामिल थे। इनमें दो सरकारी कर्मचारी, एक पूर्व आर्मी जवान, और दो आईटी एक्सपर्ट शामिल हैं। इन सभी पर धारा 3, 5, और 9 – Official Secrets Act 1923, तथा UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है।
क्या था ‘सेंसिटिव डाटा’?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ज्योति ने निम्नलिखित जानकारियाँ साझा कीं:
- भारत-पाक बॉर्डर पर जवानों की तैनाती और शिफ्ट पैटर्न
- पठानकोट, सिरसा और अंबाला एयरबेस के मूवमेंट अपडेट
- सुरक्षा अभ्यासों की लोकेशन और टाइमिंग
- लोकल पुलिस और BSF के आपसी समन्वय की डिटेल्स
डिजिटल दुनिया का “डिजिटल धोखा”
इस गिरफ्तारी ने फिर एक बार यह चेतावनी दी है कि डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स – विशेषकर यूट्यूब, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सएप – अब सिर्फ जानकारी साझा करने के माध्यम नहीं रहे, बल्कि विदेशी खुफिया एजेंसियों के लिए आसानी से पहुंचने योग्य हथियार बनते जा रहे हैं।
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह बेहद गंभीर मामला है। एक पब्लिक फिगर द्वारा इस प्रकार की गुप्त सूचनाओं का साझा किया जाना राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ है। जाँच एजेंसियाँ और गिरफ़्तारियाँ आगे भी होंगी।”
सोशल मीडिया पर हड़कंप
घटना के सामने आने के बाद #JyotiMalhotra #SpyForPakistan #HaryanaBetrayal जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई लोग सोशल मीडिया पर यूट्यूबर्स और ट्रैवल ब्लॉगरों की जांच की मांग कर रहे हैं।
यह घटना भारत की डिजिटल सीमाओं में हो रहे अदृश्य युद्ध की एक बानगी मात्र है, जहाँ कैमरे की मुस्कान के पीछे देशद्रोह की खामोश पटकथा लिखी जा रही थी।
#IndiaSecurity #SpyNetworkBusted #YouTubeUnderScanner #PakistaniSpy #DigitalEspionage #IndianIntelligence #BharatKeGaddar #JasoosJyoti #NationFirst #HaryanaPolice #RawVsISI #RisingThreats