🛑 अमेरिकी राजनीति में भूचाल—दो दिग्गजों की टक्कर!
राजनीतिक गलियारों में जो अब तक फुसफुसाहट थी, अब वो शोर बन चुकी है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला-स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क के बीच का समीकरण अब पूरी तरह बदल चुका है। जो कभी एक-दूसरे की तारीफ करते नहीं थकते थे, अब खुले मंचों पर एक-दूसरे को निशाना बना रहे हैं। और यही बढ़ती दूरी एक नए राजनीतिक विस्फोट की आहट बन चुकी है।
🔥 ट्रंप ने तोड़ी चुप्पी – “मैं एलन से निराश हूँ…”
हाल ही में ट्रंप ने अपने बयान में कहा—
“मैं एलन से निराश हूँ। एलन और मेरे बीच बहुत अच्छे संबंध थे। मुझे नहीं पता कि हम आगे भी ऐसे ही रहेंगे या नहीं।”
ये शब्द स्पष्ट संकेत हैं कि ट्रंप अब एलन मस्क पर भरोसा नहीं करते। वहीं दूसरी ओर, मस्क अब ट्रंप की नीतियों और खासतौर पर हाल ही में पारित ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
⚡ मस्क का पलटवार – “यह बिल मुझे दिखाया ही नहीं गया!”
एलन मस्क ने ट्वीट कर ट्रंप पर करारा हमला किया—
“मैं बिग ब्यूटीफुल बिल का विरोध करता हूँ।”
जब ट्रंप ने दावा किया कि मस्क को इस बिल से कोई आपत्ति नहीं थी, तो मस्क का तीखा जवाब आया—
“झूठ! यह बिल मुझे एक बार भी नहीं दिखाया गया और रात के अंधेरे में पास कर दिया गया।”
🚨 एलन मस्क ने छोड़ा ट्रंप प्रशासन का साथ!
सूत्रों के मुताबिक, एलन मस्क अब ट्रंप प्रशासन से पूरी तरह दूरी बना चुके हैं। यह कदम बताता है कि वे अब न केवल ट्रंप से नाखुश हैं, बल्कि उन्हें पीछे छोड़ने का मन भी बना चुके हैं।
और इस सब के बीच जो सबसे बड़ी चर्चा है—मस्क का एक नया राजनीतिक दल खड़ा करने का इरादा!
💥 क्या मस्क बना रहे हैं अपनी पार्टी?
माना जा रहा है कि एलन मस्क, अपनी सोशल मीडिया कंपनी X के ज़रिए, एक ऐसी पार्टी की नींव रखने की तैयारी में हैं जो तकनीकी, उद्यमशील और लिबरटेरियन विचारधारा वालों को जोड़ेगी। उनका फोकस होगा—फ्री स्पीच, न्यूनतम सरकारी हस्तक्षेप, नवाचार और टेक्नोलॉजी पर आधारित शासन।
🚀 ट्रंप को लगेगा सबसे बड़ा झटका!
मस्क की लोकप्रियता और असर को देखते हुए यह पार्टी ट्रंप और बाइडन दोनों के वोट बैंक में सेंध लगा सकती है। Silicon Valley के आइकन से White House के चैलेंजर तक का सफर, अगर मस्क ने ठान लिया, तो अमेरिकी राजनीति को हिलाकर रख देगा।
🌪️ यह सिर्फ झगड़ा नहीं—यह एक सियासी युद्ध का आगाज़ है!
ट्रंप-मस्क ‘ब्रेकअप’ ने 2025 की अमेरिकी राजनीति को नई दिशा दे दी है। जहां दोस्ती की जगह अब टकराव है, वहां से नई विचारधाराएं, नए नेता और शायद एक नई पार्टी जन्म ले सकती है।
यह महज़ एक खबर नहीं… यह सियासी सुनामी है!