एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला हमेशा से क्रिकेट की दुनिया का सबसे हाई वोल्टेज मैच माना जाता है। यह मैच आमतौर पर करोड़ों दर्शकों के दिलों की धड़कनें बढ़ा देता है। लेकिन इस बार तस्वीर अलग है—क्योंकि इसके पीछे है पहलगाम आतंकी हमला, जिसने पूरे देश को शोक और गुस्से में डुबो दिया।
गम और गुस्से में डूबा देश
निर्दोष नागरिकों की शहादत ने हर भारतीय के दिल को तोड़ दिया है। सैकड़ों परिवार बर्बाद हुए, मासूम बच्चों का बचपन उजड़ गया। इस हमले की त्रासदी इतनी गहरी है कि क्रिकेट का यह महासंग्राम भी फीका पड़ गया।
दर्शकों में उत्साह की कमी
आमतौर पर भारत-पाकिस्तान मैच का मतलब होता है स्टेडियम में सीटें भर जाने की होड़, टीवी स्क्रीन के सामने बैठा हर घर, और सोशल मीडिया पर सिर्फ क्रिकेट की चर्चा। लेकिन इस बार तस्वीर बदल गई है।
- स्टेडियम में दर्शकों की संख्या कम है, चेहरों पर वही जोश और मुस्कान नहीं है।
- टीवी पर मैच देखने वाले भी भारी मन से देख रहे हैं।
- सोशल मीडिया पर क्रिकेट से ज्यादा विरोध और आक्रोश की आवाजें उठ रही हैं।
जैसे पूरे देश का दिल कह रहा हो—“क्रिकेट इंतजार कर सकता है, लेकिन शहीदों की आवाज पहले है।”
विरोध और आक्रोश की गूंज
देशभर में लोग पाकिस्तान के खिलाफ मैच रद्द करने की मांग कर रहे हैं। जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। नारों में गुस्सा साफ झलक रहा है—“शहीदों का अपमान नहीं सहेंगे”, “पाकिस्तान से खेलना बंद करो”।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का जवाब
हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया है। घाटी में आतंक के ठिकानों पर कार्रवाई तेज है। यह ऑपरेशन भारत की उस नीतिगत दृढ़ता का प्रतीक है जिसमें संदेश साफ है—आतंक का जवाब उसी की भाषा में मिलेगा।
टीम इंडिया की जिम्मेदारी
मैदान पर भारतीय खिलाड़ियों के कंधों पर दोहरी जिम्मेदारी है। कप्तान ने कहा:
“यह मैच हमारे लिए सिर्फ क्रिकेट नहीं है। यह उन निर्दोष नागरिकों की याद में है जिनकी जिंदगी आतंकवाद ने छीनी। हमारी हर गेंद, हर रन उन्हें श्रद्धांजलि होगी।”
हर चौका, हर विकेट अब सिर्फ स्कोर नहीं होगा, बल्कि उन शहीद नागरिकों के प्रति सम्मान और देश के आक्रोश की गूंज होगा।