अशोक गहलोत बोले- सरकार का इकबाल खत्म, नरेश मीणा, रविंद्र भाटी के साथ सरकार को दी ये नसीहत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि राजस्थान में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं. उससे लगता है सरकार का इकबाल खत्म हो गया. उन्होंने देवली-उनियारा से निर्दलीय उपचुनाव लड़ रहे नरेश मीणा, शिव (बाड़मेर) से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी के साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार को भी नसीहत दी. उन्होंने भाजपा पर कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार को गिराने की साजिश का भी आरोप लगाया.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पुष्पांजलि कार्यक्रम हुआ. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के साथ ही कई जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. इसके साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों को पेंशन की राशि नहीं मिलने को लेकर भी उन्होंने सरकार पर निशाना साधा.
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि देवली-उनियारा में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. सवाल इस घटना का नहीं, बल्कि सवाल यह है कि प्रदेशभर में इस प्रकार का माहौल बना है. जैसलमेर में इस तरह की एक और घटना हुई है. पुलिस से लोगों को छुड़ाया गया. चाहे जनप्रतिनिधि हो या कोई दूसरा, कोई कानून हाथ में ले. यह ठीक नहीं है. अगर इस प्रकार से कानून हाथ में लेंगे तो सरकार का इकबाल समाप्त हो जाता है. ऐसी घटनाओं से लगता है कि सरकार का इकबाल समाप्त हो गया है, जो भी घटनाएं हो रही हैं. उन पर कोई नियंत्रण नहीं लग रहा है. यह उचित नहीं है.
गहलोत ने आगे कहा कि अब पांच साल सरकार में तो इनको ही रहना है. हम तो इनको गिराने का प्रयास करते नहीं हैं, न इस तरह की हमारी फितरत है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने इस तरह के प्रयास किए थे. यह तो राजस्थान की जनता का भला हो कि हमारे ऊपर विश्वास रखा और हम पांच साल सरकार चला पाए. देश में मध्यप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में इस तरह की घटनाएं हुई कि कांग्रेस की सरकार गिराई गई. यहां हमने सरकार को बचाए रखा.