बिग ब्रेकिंग- 25 साल बाद दिल्ली के सिंहासन पर भाजपा की वापसी, रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की मुख्यमंत्री

नई दिल्ली: 23 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आखिरकार दिल्ली की सत्ता पर कब्जा जमा लिया है। रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री घोषित किया गया है। कल वह ऐतिहासिक रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण करेंगी—वही स्थान जहां से अरविंद केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी।

 

इस जीत के साथ, भाजपा ने दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। पिछले दो दशकों में, भाजपा कई बार सत्ता हासिल करने की कोशिश कर चुकी थी, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के मजबूत गढ़ को तोड़ने में असफल रही थी। मगर इस बार भाजपा ने अप्रत्याशित रणनीति अपनाकर सबको चौंका दिया।

 

रेखा गुप्ता: कौन हैं दिल्ली की नई मुख्यमंत्री?

 

रेखा गुप्ता भाजपा की जानी-मानी नेता हैं और संगठन के भीतर उनकी गहरी पकड़ है। लंबे समय से दिल्ली भाजपा की राजनीति में सक्रिय रहीं गुप्ता को उनकी बेदाग छवि और आक्रामक नेतृत्व शैली के लिए जाना जाता है। उनके मुख्यमंत्री बनने के पीछे भाजपा की ‘लोकल लीडरशिप’ को प्राथमिकता देने की रणनीति मानी जा रही है।

 

भाजपा की रणनीति और केजरीवाल का पतन

 

विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की यह जीत केवल एक राजनीतिक बदलाव नहीं, बल्कि दिल्ली के मतदाताओं की सोच में बड़े परिवर्तन का संकेत है। आम आदमी पार्टी की सरकार पर भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अक्षमता के आरोपों ने जनता को भाजपा की ओर मोड़ दिया।

 

विशेषज्ञों के मुताबिक, भाजपा ने इस बार चुनाव से पहले ही ग्राउंड वर्क को मजबूत किया था। झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों में अपने संगठन को मजबूत करना, मुफ्त योजनाओं का नया वादा, हिंदुत्व का एजेंडा और मोदी सरकार की लोकप्रियता—ये सभी कारक भाजपा की ऐतिहासिक जीत में सहायक बने।

 

रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण: प्रतीकात्मक राजनीति या शक्ति प्रदर्शन?

 

कल होने वाला शपथ ग्रहण समारोह कई मायनों में ऐतिहासिक होने जा रहा है। रामलीला मैदान—जहां से केजरीवाल ने 2011 में अन्ना आंदोलन के जरिए राजनीति में कदम रखा था—वही स्थान अब भाजपा के लिए एक विजय स्थल बन गया है। इसे भाजपा की एक सोची-समझी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, जो न केवल आप की राजनीति को प्रतीकात्मक रूप से चुनौती देती है, बल्कि अपने हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के एजेंडे को भी और मजबूत करती है।

 

राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि भाजपा की इस जीत ने दिल्ली की राजनीति की धारा बदल दी है। अगर रेखा गुप्ता अपनी सरकार को प्रभावी तरीके से चला पाती हैं, तो यह भाजपा के लिए 2029 के लोकसभा चुनाव में एक बड़ी बढ़त साबित हो सकती है।

बहरहाल, दिल्ली की राजनीति में अब एक

नया अध्याय शुरू हो चुका है।

 

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