एलन मस्क का सनसनीखेज दावा: “मेरे बिना ट्रंप हार जाते, डेमोक्रेट्स का राज होता!”

अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो | 5 जून, 2025

दुनिया के सबसे चर्चित अरबपतियों में शामिल, टेस्ला और एक्स (पूर्व ट्विटर) के सीईओ एलन मस्क ने एक ऐसा ट्वीट किया है, जिसने अमेरिकी राजनीति और सोशल मीडिया में हलचल मचा दी है। अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से मस्क ने लिखा:

“Without me, Trump would have lost the election, the Democrats would control the House, and the Republicans would be 51-49 in the Senate.”

(“मेरे बिना ट्रंप चुनाव हार जाते, डेमोक्रेट्स हाउस पर काबिज होते, और सीनेट में रिपब्लिकन की सिर्फ 51-49 सीटें होतीं।”)

इस एक ट्वीट ने अमेरिकी राजनीतिक समीकरणों में न सिर्फ आत्ममंथन की ज़रूरत पैदा कर दी है, बल्कि यह भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या अब अमेरिका की लोकतांत्रिक राजनीति अरबपति तकनीकी टायकून की मुट्ठी में आ चुकी है?


🧨 क्या मस्क बन चुके हैं राजनीति के ‘गुप्त संचालक’?

एलन मस्क ने पिछले कुछ वर्षों में तकनीक, मीडिया और स्पेस से हटकर राजनीति में भी अपनी गहरी दिलचस्पी दिखाई है। 2020 के चुनावों में भले उन्होंने तटस्थता बरती हो, लेकिन 2022 के बाद से उनके बयानों, ट्वीट्स और विशेष रूप से उनके प्लेटफॉर्म X पर हुए “सूचना युद्ध” ने अमेरिकी राजनीतिक दिशा को प्रभावित किया है।

सूत्रों के मुताबिक, मस्क ने न केवल ट्रंप के पक्ष में “फ्री स्पीच” का झंडा उठाया, बल्कि Biden प्रशासन और डेमोक्रेटिक नीतियों की लगातार आलोचना कर मीडिया और मतदाताओं के मूड को बदलने में भी अहम भूमिका निभाई।


🔍 ट्वीट के निहितार्थ: क्या मस्क चुनावी परिणामों के ‘अघोषित वास्तुकार’ हैं?

उनके इस ट्वीट से ये आभास मिलता है कि—

  • ट्रंप की वापसी का श्रेय खुद मस्क को जाता है।
  • डेमोक्रेटिक पार्टी की सत्ता से दूरी का कारण भी वही हैं।
  • सीनेट में रिपब्लिकन्स का बहुमत उन्होंने सुनिश्चित किया।

राजनीतिक विश्लेषक इसे “डेमोक्रेसी बनाम टेक्नोक्रेसी की लड़ाई” की शुरुआत बता रहे हैं, जहाँ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और उसका मालिक देश की चुनावी दिशा तय करता है।


🔥 सोशल मीडिया पर भूचाल: समर्थक vs विरोधी

एलन मस्क के इस ट्वीट के बाद #KingmakerMusk, #MuskControlsAmerica, और #DemocracyHijacked जैसे ट्रेंड्स एक्स पर टॉप पर पहुँच गए।

समर्थक कह रहे हैं:

“मस्क ने जो कहा, वो सच है! अगर X पर फ्री स्पीच न होती, तो ट्रंप की आवाज दबा दी जाती।”

जबकि विरोधियों का कहना है:

“ये लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है! एक आदमी खुद को देश की चुनावी दिशा तय करने वाला समझ रहा है?”


🗣️ राजनीतिक हलकों में हड़कंप

व्हाइट हाउस से अभी तक इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेताओं ने इसे “अभूतपूर्व हस्तक्षेप” बताया है। एक वरिष्ठ डेमोक्रेट ने नाम न छापने की शर्त पर कहा:

“अगर यह सच है, तो अमेरिकी चुनावों में अब जनता नहीं, एल्गोरिद्म और अरबपति तय करेंगे कौन जीतेगा।”

वहीं रिपब्लिकन खेमे में इस ट्वीट को “प्रेरणादायक” और “साहसिक सच्चाई” बताया जा रहा है।


📌 क्या आगे चलकर मस्क राजनीति में प्रवेश करेंगे?

मस्क पहले ही कई बार संकेत दे चुके हैं कि उन्हें पारंपरिक राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन “नीतियों और दिशा” पर उनकी स्पष्ट पकड़ है। उनके एक्स प्लेटफॉर्म पर फैलने वाले विचार, मेमे और नैरेटिव अब राजनीति की हवा बदलने में सक्षम हो चुके हैं।


एक बड़ा सवाल:

क्या लोकतंत्र अब अरबपति तकनीकी दिग्गजों के ट्विटर फीड पर निर्भर हो चुका है?
क्या हम एक ऐसे युग में प्रवेश कर चुके हैं जहाँ “जनमत” का निर्माण कोई सरकार नहीं, बल्कि एल्गोरिद्म करता है?

एलन मस्क का यह बयान आने वाले महीनों में अमेरिका की राजनीति को न केवल हिला कर रख देगा, बल्कि वैश्विक राजनीति में भी “टेक पॉवर” बनाम “पब्लिक पॉवर” की एक नई बहस शुरू कर देगा।

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