उत्तराखंड

जंगल में पास, सड़क पर इलेक्ट्रिक कार ‘फेल’, ऋषिकेश में टायर फटने से दो फॉरेस्ट रेंजरों समेत 4 की मौत

चीला ऋषिकेश मार्ग पर टायर फटने के कारण कार दुर्घटनाग्रस्त होने से दो रेंजरों समेत चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, चीला वार्डन आलोकी देवी शक्तिनहर में गिरने के कारण लापता हो गईं। हादसे में पांच लोग गंभीर घायल हुए हैं, जिन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा दुख जाताया है।

हरिद्वार के जंगल में गश्त और सफारी को टेस्टिंग के लिए आई लाखों की इलेक्ट्रिक कार चीला की सड़क पर आते ही फेल हो गई। सोमवार की दोपहर जंगल में हुए ट्रायल में गाड़ी पास हो गई थी। इसके बाद इसे सड़क पर जांचने को उतारा गया था। लेकिन, हादसा हो गया और वाहन को लेकर कई तरह की चर्चाएं मौके पर होने लगी। चर्चा यह भी है कि वाहन की गति तेज थी। प्रदूषण रोकने के लिए इस वाहन को ट्रायल पर लाया गया था। राजाजी पार्क के डायरेक्टर साकेत बडोला ने बताया कि दोपहर में जंगल के अंदर सफारी और गश्त के लिए इस वाहन का ट्रायल लिया गया था। इससे पहले भी वाहन का ट्रायल हो चुका है। उधर, राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क और वन प्रभाग के अफसर देर रात तक मौके पर पहुंचे और पूरी स्थिति जानी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहले कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। इसके बाद कार आगे बढ़ते हुए दूसरे पेड़ से टकराई। इससे पेड़ टूट गया। फिर कार नहर की दीवार से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही चार अफसरों की मौत हो गई। अंदेशा जताया जा रहा कि अनियंत्रित कार से वार्डन आलोकी शक्ति नहर में जा गिरीं। जबकि, मौके पर पांच लोग घायल हो गए थे।

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